Foundation Stone Laid in Virtual Way: मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इन जगहों का वर्चुअल तरीके से किया उद्घाटन व शिलान्यास
Foundation Stone Laid in Virtual Way: मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इन जगहों का वर्चुअल तरीके से किय
Foundation Stone Laid in Virtual Way: इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड(Karnal Smart City Limited) द्वारा 37 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जाने वाले इंडोर स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास(Indoor sports complex), मारकंडा नदी पर एचएल ब्रिज और गांव बीर मथाना, निर्वाचन क्षेत्र लाडवा में नए स्कूल भवन का उद्घाटन, महेंद्रगढ़ में आवासीय सुविधा के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मलरा बास का उद्घाटन, सतनाली और सहलांग में सरकारी आईटीआई का उद्घाटन, नूंह में पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) द्वारा करीब 7 करोड़ रुपए की लागत से गुरुग्राम-अलवर से नई बाईपास सडक़ के निर्माण का शिलान्यास, सीएचसी पुन्हाना में 6 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित एएनएम ट्रेनिंग स्कूल और छात्रावास का उद्घाटन, पलवल के उटावाड़, कलसडा और चैंनसा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्मित पीएचसी का उद्घाटन, 47 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले 220 केवी एआईएस सब स्टेशन हरफाली का शिलान्यास, पंचकूला में UHBVN के हेड ऑफिस की बिल्डिंग और मोरनी में थंडोग से धार स्कूल तक लिंक रोड का उद्घाटन, पानीपत में 8 स्थानों पर UHBVN के 33 केवी सब स्टेशनों का उद्घाटन, रेवाड़ी में सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की 66 करोड़ रुपए की लागत की नहर आधारित जलापूर्ति योजना उद्घाटन, रोहतक में 10 एमएलडी मौजूदा एसटीपी पर 23 करोड़ रुपए की समुदाय आधारित सौर/ग्रिड पावर्ड एकीकृत सूक्ष्म सिंचाई बुनियादी ढांचा परियोजना का शिलान्यास, सोनीपत के गांव जुआँ में नए बने आईटीआई भवन का उद्घाटन, यमुनानगर के छपड़ में बने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस, जगाधरी के सरस्वती नगर में बने बस स्टैंड और नचरौन में आईटीआई का उद्घाटन किया।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी इस तरह से वर्चुअल तरीके से उद्घाटन व शिलान्यास के कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं जिनमें हजारों करोड़ की परियोजनाएं प्रदेशवासियों को समर्पित की गई। इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने के पीछे मुख्यमंत्री का मकसद सुशासन के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए कम समय में अधिक से अधिक विकास कार्यों को अंजाम देना है। वहीं ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से समय की बचत के साथ-साथ कार्यक्रमों पर होने वाले खर्च में भी कटौती होती है। वहीं मुख्यमंत्री के दौरे के चलते प्रशासनिक अमले को भी उनके साथ रहना पड़ता है इसके चलते कई काम प्रभावित होते हैं। इसी के चलते मुख्यमंत्री ऑनलाइन माध्यम से परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हैं।